उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदला-बदला सा है। गुरुवार को प्रदेशभर में बादल छाये रहने और हल्की बारिश-बर्फबारी के बाद शुक्रवार को ज्यादातर इलाकों में धूप खिली। हालांकि, इस दौरान भी कहीं-कहीं ओलावृष्टि और झमाझम बारिश हुई। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, प्रदेश में अभी मौसम इसी प्रकार का बना रहेगा। देहरादून समेत चार जिलों में गरज के साथ ओलावृष्टि और बारिश की आशंका है। जबकि, चोटियों पर हल्का हिमपात भी हो सकता है।
बीते दो दिनों से पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण हिमालयी क्षेत्रों में वर्षा बादल विकसित हो गए हैं। ऐसे में उत्तराखंड के ज्यादातर इलाकों में बारिश और बर्फबारी के भी दौर जारी हैं। शुक्रवार को सुबह से ही मैदानों में हल्की धूप रही। हालांकि, देहरादून से लगी पहाड़ियों में आंशिक बादल छाये रहे। दोपहर बाद मसूरी समेत आसपास के इलाकों में बारिश और ओलावृष्टि शुरू हो गई, जो करीब एक घंटे तक का सिलसिला जारी हुआ, जो कि करीब एक घंटे तक जारी रहा। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार शनिवार और रविवार को देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी और नैनीताल में ओलावृष्टि और बारिश के आसार हैं। इसके अलावा चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में हल्का हिमपात हो सकता है।
18 घंटे बाद गंगोत्री हाईवे पर सुचारु हुआ आवागमन
ऋषिकेश-गंगोत्री राट्रीय राजमार्ग पर 18 घंटे बाद आवागमन सुचारु हो पाया। कुनेर के पास पहाड़ी से भारी मलबा आने से बीती गुरुवार दोपहर को राजमार्ग बंद हो गया था जो शुक्रवार सुबह सुचारु हो पाया। मार्ग अवरुद्ध होने से रूट को वाया थौलधार डायवर्ट करना पड़ा। इस दौरान क्षेत्रवासियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सामान से लदे ट्रक भी घंटो मार्ग पर फंसे रहे।
बीती गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे ऋषिकश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के कुनेर के पास पहाड़ी से भारी मलबा आ गिरा जिससे हाईवे बंद हो गया। राजमार्ग बंद होने से यातायात को वाया रत्नौ, थौलधार डायवर्ट किया गया। रूट डायवर्ट करने से क्षेत्रवासियों को करीब दस किमी की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ी। मलबा हटाने के बाद शुक्रवार सुबह छह बजे हाईवे पर आवागमन सुचारू हो पाया। राजस्व उप निरीक्षक विजेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि मलबा से बीती गुरुवार को हाईवे बंद हो गया था जिस पर शुक्रवार सुबह आवागमन शुरू हो गया है।