अफगानिस्तान में मौजूदा हालात बेहद खराब हैं। अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार आने के बाद से हालात बदले हैं। अमेरिका में 9/11 की 20वीं बरसी से पहले अमेरिका की ओऱ से एक बड़ी आशंका जताई गई है। अमेरिका ने कहा है कि अफगानिस्तान में बदलते हालात के बीच 20 साल बाद आतंकी संगठन अल-काय़दा दोबारा वहां वापसी कर सकता है। अमेरिकी रक्षा मंत्री लायड आस्टिन ने गुरुवार को कहा कि अल-कायदा जिसने 20 साल पहले अमेरिका पर हमला करने के लिए अफगानिस्तान को एक मंच के रूप में इस्तेमाल किया था। वहां तालिबान के शासन में आने के बाद अल-कायदा दोबारा वहां वापसी कर सकता है।
फारस की खाड़ी के राज्यों के चार दिवसीय दौरे के समापन पर कुवैत सिटी में संवाददाताओं के एक छोटे समूह से उन्होंने कहा कि अमेरिका अफगानिस्तान में अल-कायदा की वापसी को रोकने के लिए तैयार है जिससे अमेरिका को खतरा होगा। भविष्य में अल-कायदा द्वारा अफगानिस्तान को एक मंच के रूप में उपयोग करने की संभावना का जिक्र करते हुए अमेरिकी रक्षा मंत्री लायड आस्टिन ने आगे कहा कि हम तालिबान को कहना चाहते हैं कि हम उम्मीद करते हैं कि वे ऐसा नहीं होने देंगे।
आस्टिन ने जोर देकर कहा है कि अमेरिकी सेना फारस की खाड़ी सहित अन्य जगहों पर स्थित निगरानी और हमले वाले विमानों का उपयोग करके अफगानिस्तान से अमेरिका की ओर आने वाले अल-कायदा या किसी अन्य खतरे को रोकने में सक्षम है।
गौरतलब है कि तालिबान ने 1996 से 2001 तक अफगानिस्तान पर शासन के दौरान अल-कायदा को शरण दी थी। अमेरिका पर 11 सितंबर, 2001 के आतंकी हमले के बाद तालिबान की ओर से अल-कायदा के आतंकियों को अमेरिका को सौंपे जाने से इनकार करने के बाद अमेरिका ने तालिबान पर हमला किया और अल-कायदा को उखाड़ फेंका। बीस साल अमेरिकी सैनिकों की अफगानिस्तान से वापसी हुई है। लेकिन अमेरिका ने कहा है कि उसकी नजर अफगानिस्तान में अल-कायदा की गतिविधियों पर लगातार बनी हुई है।