उत्तर प्रदेश में शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत गरीब परिवार के बच्चों को निजी स्कूलों में मुफ्त दाखिले का मौका मिलेगा। इस बार 6871 नए विद्यालय जोड़े गए हैं और 78065 सीटें बढ़ी हैं। एक दिसंबर से प्रवेश प्रक्रिया शुरू होगी। अब कुल 62871 स्कूलों में प्रवेश का मौका मिलेगा। अभी तक 56 हजार स्कूलों में कुल 5.25 लाख सीटें थी।
शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत गरीब परिवार के बच्चों को निजी स्कूलों में मुफ्त दाखिले के इस बार और अधिक अवसर मिलेंगे। प्री-प्राइमरी व कक्षा एक में दाखिले के लिए 6871 नए विद्यालय अब तक जोड़े जा चुके हैं और 78065 सीटें बढ़ी हैं।
अब सीटों की कुल संख्या बढ़कर 603965 हो गई है। वहीं अब कुल 62871 स्कूलों में प्रवेश का मौका मिलेगा। अभी तक 56 हजार स्कूलों में कुल 5.25 लाख सीटें थी।
नए शैक्षिक सत्र 2025-26 में प्रवेश के लिए इस बार एक दिसंबर से ही प्रवेश की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। पहले आरटीई के तहत मार्च में प्रवेश प्रक्रिया शुरू होती थी। अब चार चरणों में 27 मार्च तक दाखिले की प्रक्रिया पूरी की जाएगी, ताकि विद्यार्थी एक अप्रैल से शुरू होने वाले नए सत्र में पढ़ाई शुरू कर सकें।
पिछले वर्षों तक प्रवेश जुलाई-अगस्त तक चलते थे। अब न सिर्फ दाखिले का कैलेंडर बदला गया है बल्कि ज्यादा से ज्यादा प्रवेश कराने पर जोर दिया जा रहा है। वर्तमान शैक्षिक सत्र में 1.08 लाख बच्चों का मुफ्त दाखिला कराया गया था।
अभिभावकों को आरटीई पोर्टल पर अपने बच्चे के प्रवेश के लिए आनलाइन आवेदन फार्म भरने में दिक्कत न हो इसके लिए हेल्प डेस्क बनाई जाएंगी। उप शिक्षा निदेशक (समग्र शिक्षा) डा. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि बेसिक शिक्षा अधिकारी व खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के अलावा तहसीलों, डीएम व सीडीओ कार्यालय में भी हेल्प डेस्क बनाई जाएंगी।
बुलंदशहर में अभी तक नगर व ग्रामीण क्षेत्र में 19 हेल्प डेस्क बनाई जा चुकी हैं। सभी जिलों को निर्देश दिए गए हैं कि वह ज्यादा से ज्यादा हेल्प डेस्क स्थापित कर अभिभावकों को फार्म भरने में मदद करें। आरटीई से निश्शुल्क दाखिले के लिए अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करें। प्रमुख स्थानों पर होर्डिंग व पोस्टर इत्यादि लगाने का आदेश दिया गया है।