कांग्रेस नेता और वायनाड जिले से सांसद राहुल गांधी ने सोमवार को बांदीपुर ट्रैफिक बैन के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शनों को अपना समर्थन दिया। सिलसिलेवार ट्वीट कर उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार से पर्यावरण की रक्षा करते हुए स्थानीय समुदाय के हितों का ध्यान रखने का आग्रह किया।
प्रदर्शनकारियों की मांग है कि बांदीपुर टाइगर रिजर्व से गुजर रहे एनएच-766 पर रात को ट्रैफिक पर लगाए गए रोक को हटाया जाए। रविवार को ट्वीट कर राहुल गांधी ने बताया कि बांदीपुर रिजर्व से गुजर रहे एनएच पर नौ घंटे के ट्रैफिक पर लगे रोक से केरल और कर्नाटक के लोगों को काफी परेशानी हो रही है। गांधी ने केंद्र व राज्य सरकार से कहा कि
जानें क्या है बांदीपुर ट्रैफिक बैन
पर्यावरण व वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर बांदीपुर टाइगर रिजर्व से गुजर रहे एनएच 766 पर रात नौ बजे से शाम छह बजे के बीच ट्रैफिक पर रोक लगा दी गई है। इस रोक का उद्देश्य वन्यजीवों को होने वाली परेशानियों को कम करना है। लेकिन स्थानीय लोगों की ओर से इसका सख्त विरोध किया जा रहा है।
वायनाड सांसद राहुल गांधी ने दिया समर्थन
अपने ट्वीट में राहुल गांधी ने कहा, ‘ मैं एनएचएच-766 पर लगाए गए 9 घंटे की ट्रैफिक बैन के खिलाफ 25 सितंबर से अनश्चितकालीन धरने पर बैठे युवकों के साथ खड़ा हूं। इससे केरल और कर्नाटक के लाखों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘मैं केंद्र और राज्य सरकारों से अपील करता हूं कि पर्यावरण की रक्षा करने की हमारी साझा जिम्मेदारी को निभाते हुए स्थानीय समुदाय के हितों का भी ध्यान रखें।
अगस्त में सुप्रीम कोर्ट का आया था फैसला
अगस्त में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद वायनाड में पिछले पांच दिनों से व्यापक तौर पर विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। कोर्ट ने फैसले में कहा है कि जंगल से गुजरने वाली सड़कों पर रात के समय ट्रैफिक पूरी तरह बंद कर दें।
इसी रोक को हटाने की मांग को लेकर सुल्तान बाथेरी में 25 सितंबर से पांच युवा संगठन अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं। बता दें कि केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान से होकर गुजरने वाले मार्ग पर ‘एलिवेटेड’ राजमार्ग बनाए जाने का समर्थन किया था।