जबलपुर। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के जन्मदिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बुराई कांग्रेस को महंगी पड़ गई। पूर्व विधायक ने जिन एनसीसी कैडेट्स को राहुल के जन्मदिन पर सद्भावना दौड़ के लिए बुलाया, उन्होंने जब प्रधानमंत्री के खिलाफ बोलना शुरू किया तो कैडेट्स खफा हो गए। दौड़ने के बजाय कैडेट्स वापस अपनी-अपनी बसों में बैठ गईं। कैमरे के सामने किरकिरी हुई तो कांग्रेसी उन्हें मनाने पहुंचे, लेकिन कोई दौड़ में शामिल नहीं हुआ।
मध्य प्रदेश के जबलपुर में कांग्रेस ने राहुल गांधी के जन्मदिन पर मंगलवार को ‘रन फॉर आरजी’ नाम से दौड़ का आयोजन किया। मालवीय चौक से दौड़ होनी थी। सुबह नौ बजे का वक्त तय हुआ। कांग्रेस ने भीड़ जुटाने के लिए दो एमपी महिला बटॉलियन को भी इसमें शामिल कर लिया। बसों में भरकर एनसीसी कैडेट्स आए। दौड़ शुरू होने वाली ही थी, इस दौरान पूर्व विधायक लखन घनघोरिया मीडिया से मुखातिब हो कैमरे के सामने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों को लेकर कोसने लगे। उन्होंने महंगाई, भ्रष्टाचार, महिला अपराध पर बोला। इसे सुनकर कैडेट्स ने कार्यक्रम से बायकाट करने का फैसला लिया। चर्चा है कि प्रधानमंत्री के खिलाफ बोलने से एनसीसी कैडेट्स नाराज हुई। मीडिया कर्मियों के सामने ही कार्यक्रम छोड़कर जाने से कांग्रेस नेता परेशान हो गए। फौरन उन्हें मनाने के लिए नेता पहुंचे, उनसे वापस दौड़ में हिस्सा लेने का निवेदन किया, लेकिन कोई नहीं माना।
पर्यावरण दौड़ बताकर बुलाया
श्रीराम इंजीनियरिंग कॉलेज में दो एमपी महिला बटालियन का कैंप है। इसमें करीब 500 एनसीसी कैडेट्स हैं। एनसीसी के अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि उन्हें कांग्रेस नेताओं ने फोन पर एनसीसी कैडेट्स को कार्यक्रम में भेजने का आग्रह किया था। इसे बिना जांच पड़ताल अधिकारियों ने मान लिया। कांग्रेस नेताओं ने बस भेजी, जिसमें बैठकर कैंप से कैडेट्स मालवीय चौक पहुंचीं। अधिकारी के अनुसार नगर निगम की पर्यावरण दौड़ का आयोजन होने की जानकारी उन्हें दी गई, लेकिन कार्यक्रम में पहुंचने के बाद जैसे ही राजनैतिक कार्यक्रम समझ में आया तो अफसरों ने फौरन कैडेट्स को वापस कैंप में चलने का फरमान दिया। इसके बाद लड़कियां लौटीं।
हालांकि युवक कांग्रेस नेता शशांक दुबे ने कहा कि एनसीसी कैडेट्स प्रधानमंत्री के खिलाफ बोलने की वजह से नहीं गई। दरअसल, कैडेट्स को सुबह नौ बजे से बुलाया गया। कार्यक्रम किन्हीं वजह से देरी से प्रारंभ हुआ। कैडेट्स के शेड्यूल में 11 बजे वापस लौटना था। इस वजह से वह कार्यक्रम छोड़कर गई। बेवजह मामले को नरेंद्र मोदी से जोड़ा जा रहा है।
इधर 2एमपी बटालियन के कमांडेंट कर्नल वीके चौहान ने बताया कि आयोजकों ने पर्यावरण के लिए रैली निकालने की जानकारी दी। कैडेट्स को इसी वजह से भेजा गया। एनएससी कैडेट्स किसी भी राजनैतिक कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेतीं। मौके पर पहुंचकर जैसे ही समझ आया कि आयोजन राजनैतिक मकसद के लिए हो रहा है तो फौरन कैडेट्स वापस लौटे। कैंप में उनका अन्य आयोजन होना था। इस पूरे मामले में मोदी या कांग्रेस जैसा कोई मुद्दा नहीं है।