झलक केसरी: अक्षय कुमार की इस अविश्वसनीय कहानी पर गर्व करेंगे आप

मुंबई। अक्षय कुमार की बहुचर्चित फिल्म केसरी की एक छोटी सी झलक आज मंगलवार को दोपहर में जारी कर दी गई l उससे पहले फिल्म के कई नए पोस्टर जारी किये गए हैं जिसमें उस गर्व की कहानी का अक्स उभरता है, जो दशकों पहले इतिहास में दर्ज़ हो गई थी।

राज कंवर के असिस्टेट रह चुके अनुराग सिंह निर्देशित ये फिल्म भारतीय जांबाजों के वीरता और साहस की कहानी है। अक्षय कुमार को उनकी पलटन के साथ देखा जा सकता है, जो कि सिख अवतार में नज़र आ रही है। इस फिल्म में परिणीति चोपड़ा भी एक अहम भूमिका में नजर आएंगी। फिल्म की एक टैग लाइन है – ‘आज मेरी पगड़ी भी केसरी । जो बहेगा वो लहू भी केसरी और मेरा जवाब ही केसरी’। केसरी की छोटी सी झलक से फिल्म को लेकर कुछ पता तो नहीं चलता लेकिन इसी के साथ अक्षय कुमार ने अपनी इस फिल्म के शंखनाद कर दिया है

क्या है सारागढ़ी का युध्द

बैटल ऑफ सारागढ़ी यानि सारागढ़ी का युध्द 12 सितम्बर 1897 को अंग्रेजों और अफ़्ग़ान ओराक्ज़ई जनजातियों के बीच लड़ा गया था। यह अब के पाकिस्तान में स्थित उत्तर-पश्चिम फ्रण्टियर प्रान्त (खैबर-पखतुन्खवा) में हुआ। तब सिख ब्रिटिश फ़ौज में सिख रेजिमेंट की चौथी बटालियन थी जिसमें 21 सिख थे, जिन पर 10000 अफ़्ग़ानों ने हमला किया था । सिखों का नेतृत्व कर रहे हवालदार ईशर सिंह ने मरते दम तक लड़ने का फैसला किया । इसे सैन्य इतिहास में इतिहास के सबसे महान अन्त वाले युद्धों में से एक माना जाता है। जंग के दो दिन बाद दूसरी ब्रिटिश भारतीय सेना द्वारा ने उस जगह पर फिर कब्ज़ा कर लिया था ।सिख सैनिक इस युद्ध की याद में 12 सितम्बर को सारगढ़ी दिवस मनाते हैं l केसरी, सारागढ़ी के युद्ध की कहानी है। फिल्म में अक्षय कुमार हवलदार सिंह का किरदार निभा रहे हैं, जिन्होंने उस समय की इंडो-ब्रिटिश आर्मी का नेतृत्व किया था।

ये वही फिल्म है जिसके लिए सलमान ने भी प्रोड्यूस करने की दिलचस्पी दिखाई थी लेकिन वो बाद में हट गए। फिल्म केसरी 21 मार्च 2019 को रिलीज़ होगी। गौरतलब है कि हाल ही में केसरी के सेट पर आग लग गई थी। जिसमें 8 करोड रुपए का नुकसान हुआ था। हालांकि सेट का बीमा होने के चलते बीमा कंपनियों द्वारा मिल गया था। पिछले दिनों अक्षय कुमार इसी फिल्म की शूटिंग के लिए स्पीति शीत मरुस्थल की वादियों में पहुंचे थे।

 घाटी में 10 दिन तक चली शूटिंग के दौरान कई अक्षय कुमार ने विभिन्न बुद्धिष्ठ गोंपाओं में माथा टेककर सुख-समृद्धि का आशीर्वाद लिया। अक्षय कुमार काजा से मीलों साइकिल चलाकर स्पीति के पलदर मैदान में पहुंचते थे। अक्षय कुमार स्पीति की वादियों से खासे प्रभावित हुए और शीत मरुस्थल को बालीवुड की नजर से विकसित करने की बात कर मुबई लौटे। रांगरकि के ग्रामीण पलजोर बौद्ध ने बताया कि अक्षय कुमार मिलनसार व्यक्ति हैं।

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