लंबे समय से बेरोजगार युवाओं की सुध लेती आयी हैं जेसीपी मुखिया भावना पांडे

देहरादून। प्रसिद्ध समाजसेवी, राज्य आंदोलनकारी एवँ जनता कैबिनेट पार्टी की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे उत्तराखंड के बेरोजगार युवाओं, पहाड़ की महिलाओं की दशा, पलायन एवं उत्तराखंड के दुर्गम पहाड़ी इलाकों में समुचित सुविधाओं आदि आमजन से जुड़े कई मुद्दों को लेकर कार्य कर रही हैं।

जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे पिछले काफी समय से बेरोजगार युवाओं, पाटनदाइयाँ, स्वास्थ्य दाइयाँ, आशा कार्यकत्रियां, एनआईओएस-डीएलएड शिक्षक संघ, प्रेरक शिक्षक, पीआरडी जवान, उद्यान सहायक प्रशिक्षित बेरोजगार युवा, सहायक लेखाकार संगठन, दंत चिकित्सक, बेरोजगार फार्मासिस्ट, उपनल कर्मी, एनएचएम कर्मचारी संगठन एवँ पिटकुल के बेरोजगार युवा संगठन आदि के धरने व प्रदर्शन को समर्थन दे रही हैं। इसके साथ ही वे अन्य कईं बेरोजगार युवाओं के आंदोलनों को अपना सहयोग देकर एवँ आंदोलनकारियों की सच्ची हितैषी बनकर आगे आयी हैं।

वहीं धरना स्थल पर बदइंतजामी को लेकर भड़कीं जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने कहा कि आंदोलन कर रहे युवाओं की राज्य सरकार को कोई फिक्र नहीं है। उन्होंने कहा कि धरना स्थल पर प्रदर्शन कर रहे युवा सर्दी के इस मौसम में खुले आसमान के नीचे सोने को विवश हैं। मगर शासन व प्रशासन को इनकी ज़रा भी परवाह नहीं है। भावना पांडे ने बड़ा प्रश्न उठाते हुए सरकार से पूछा कि यदि ऐसी स्थिति में इन युवाओं में से किसी की तबीयत बिगड़ जाए या कोई बड़ा हादसा हो जाए तो कौन जिम्मेदार होगा?

उन्होंने उत्तराखंड सरकार एवँ स्थानीय प्रशासन से मांग की है कि सर्दी के मौसम में परेशान हो रहे इन युवाओं की तत्काल सुध ली जाए एवँ इनकी मांगों को सुनकर उनके समाधान करने की व्यवस्था की जाए। अन्यथा जनता कैबिनेट पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में इसे बड़ा मुद्दा बनाएगी और सरकार के विरुद्ध बड़ा आंदोलन करेगी।

अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे बेरोजगार युवाओं के आंदोलन को समर्थन देते हुए जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने कहा कि उत्तराखंड सरकार राज्य के बेरोजगार युवाओं के साथ अन्याय कर रही है। सरकार के बेरुखी भरे रवैये की वजह से आज राज्य के युवा और महिलाएं अनशन करने को विवश हो रहे हैं।

गौरतलब है कि प्रसिद्ध जनसेवी एवँ जेसीपी मुखिया भावना पांडे बीते लंबे समय से आंदोलन कर रहे बेरोजगार युवाओं की सुध लेती आयी हैं एवँ उन्हें अपना समर्थन देती आई हैं। यही नहीं इन युवाओं के लिए वे भोजन-पानी, चाय-नाश्ता, टैंटों, रजाई-गद्दों, तिरपाल एवँ अलाव की लकड़ियों की व्यवस्था भी वे स्वयं के खर्च पर ही कर रही हैं। यही नहीं पहाड़ से आये बेरोजगार युवाओं के होटलों के बिलों का भुगतान भी जनता कैबिनेट पार्टी के द्वारा ही किया जा रहा है।

जनसेवा की मिसाल बन चुकी भावना पांडे का कहना है कि आंदोलनरत बेरोजगार युवाओं की मदद के लिए यदि उन्हें अपना घर भी बेचना पड़े तो वे पीछे नहीं हटेंगी। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि समय रहते वो इन युवाओं की मांगों को सुने अन्यथा 2022 के विधानसभा चुनाव में ये ही युवा भाजपा और उसकी सरकार को सबक सिखायेंगे।

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