देहरादून: ऋषिकेश क्षेत्र में रियल एस्टेट का कारोबार से जुड़े चार लोगों पर आयकर विभाग ने सर्वे की कार्रवाई की। देर रात तक जारी कार्रवाई में आयकर अधिकारियों को अब तक करोड़ों रुपये की अघोषित आय के प्रमाण मिले हैं।
मुख्य आयकर आयुक्त आरके गुप्ता व प्रधान आयकर आयुक्त सुनीति श्रीवास्तव के निर्देश पर ऋषिकेश रेंज के तहत सर्वे की यह कार्रवाई शुरू की गई। इस दौरान टीम ने घाट रोड पर हाल में बने एक शॉपिंग कॉम्पलेक्स समेत रेलवे रोड, चंद्रेश्वर नगर, गंगा नगर, आमबाग, ऋषिकेश बाजार आदि के कुल 10 प्रतिष्ठानों में आय-व्यय के रिकॉर्ड खंगाले।
अब तक की जांच में पता चला है कि पार्टनरशिप में काम करने वाले इन लोगों ने प्रॉपर्टी के धंधे में बड़े स्तर पर निवेश किया है। इसमें शॉपिंग कॉम्पलेक्स, होटल, दुकानें, अपार्टमेंट आदि में निवेश शामिल है। जबकि आयकर रिटर्न में इन्हें घोषित नहीं किया।
इसके अलावा रानीपोखरी क्षेत्र में एक निर्माणाधीन स्कूल में भी इनके माध्यम से निवेश की जानकारी अधिकारियों को मिली है। आयकर टीम कब्जे में लिए गए दस्तावेजों के आधार पर अघोषित आय के आकलन में भी जुट गई है।
हालांकि, अभी तक किसी भी तरह की अघोषित आय सरेंडर किए जाने की जानकारी नहीं मिल पाई है। सर्वे की कार्रवाई का नेतृत्व रेंज की अपर आयुक्त नीता अग्रवाल कर रही हैं। टीम में देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, रुड़की क्षेत्र के 30 अधिकारियों की टीम लगी है और करीब इतने ही पुलिस कर्मी सुरक्षा में तैनात किए गए हैं।