देहरादून। जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केंद्रीय अध्यक्ष एवँ राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने उत्तराखंड के प्रति अपनी चिंता व्यक्त करते हुए एक बड़े मुद्दे को उठाया है। जनसेवी भावना पांडे ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बाहरी राज्यों से आकर लोग उत्तराखंड में धड़ल्ले से अवैध कब्जे कर रहे हैं। बावजूद इसके शासन व प्रशासन मूक दर्शक बन तमाशा देख रहा है।
भावना पांडे ने मीडिया में जारी एक बयान में कहा कि देहरादून के सहस्त्रधारा क्षेत्र में बहुत बड़े इलाके में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कब्ज़ा करने वाले ये कुछ लोग पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के बिजनौर शहर से यहाँ आये हैं और बेखौफ सरकारी जमीनों पर काबिज हो रहे हैं।
जनसेवी भावना पांडे ने बड़ा प्रश्न उठाते हुए सूबे के मुखिया एवँ आलाधिकारियों से पूछा कि आखिर प्रदेश में ये हो क्या रहा है, यहाँ रातों-रात बड़े पैमाने पर सरकारी जमीनों पर कब्जे हो रहे हैं और प्रशासन मौन है। उन्होंने कहा कि रिंग रोड स्थित रानी पद्मावती की जमीन पर भी प्रदेश के एक बड़े राजनीतिक दल ने पार्टी कार्यालय का बोर्ड लगाकर कब्जा किया हुआ है।
उन्होंने उत्तराखंड के सभी आंदोलनकारी भाइयों और बहनों से एकजुट होकर इस मुद्दे के खिलाफ खड़ा होने का आह्वान किया है। साथ ही उन्होंने राज्य में गढ़वाल व कुमायूं भवन बनवाने की मांग भी सरकार से की।
उन्होंने कहा कि दरअसल भाजपा और कांग्रेस जैसे बड़े दलों के कुछ राजनेता अपनी राजनीति चमकाने एवँ वोट बैंक की खातिर उत्तराखंड के नदी-नालों पर अवैध कब्जे करवा रहे हैं और बाहरी लोगों को यहाँ बसा रहे हैं। इस वजह से ही राज्य में क्राइम ग्राम भी तेजी से बढ़ रहा है।
उन्होंने राज्य सरकार से बड़ी मांग करते हुए कहा कि इस पूरे मामले की जांच करवाई जाए एवँ उत्तराखंड में हो रहे अवैध कब्जों पर तत्काल रोक लगाई जाए। साथ ही राज्य के आंदोलनकारियों को जमीन आवंटित की जाए। उन्होंने कहा कि हम आंदोलनकारी इस तरह अपनी आँखों के सामने अपने उत्तराखंड को बर्बाद नहीं होने देंगे। राज्य हित के इस कार्य के लिए यदि बड़ा आंदोलन भी करना पड़े तो वे पीछे नहीं हटेंगे।