हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विवि (एचबीटीयू) के शताब्दी वर्ष समारोह में राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द पहुंच गए हैं, उनके साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना और प्राविधिक शिक्षा मंत्री नीलिमा कटियार भी मौजूद हैं। कुलपति ने अतिथियों के स्वागत किया। राज्यपाल ने इतिहास पुस्तक का विमोचन किया और प्रथम पुस्तक राष्ट्रपति को भेंट की गई। इसके बाद राष्ट्रपति ने डाक टिकट, विशेष आवरण और सौ रुपये मूल्य के स्मारक सिक्का का विमोचन किया तो सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इससे पहले राष्ट्रपति ने दीप प्रज्ज्वलित करके शताब्दी वर्ष समारोह का शुभारंभ किया। वह करीब 10 मिनट का संबोधन छात्रों, शिक्षकों व अतिथियों के लिए देंगे।
उत्तर प्रदेश की औद्योगिक राजधानी कानपुर को देश के प्रथम नागरिक रामनाथ कोविन्द गुरुवार को बड़ा तोहफा देंगे। राष्ट्रपति कानपुर के हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विश्वविद्यालय (एचबीटीयू) के शताब्दी समारोह में बतौर मुख्त अतिथि शामिल होने के साथ ही यहां के आठ भवनों का लोकार्पण भी करेंगे। हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विश्वविद्यालय (एचबीटीयू) की स्थापना के गुरुवार को सौ वर्ष पूरे हो रहे हैं। विश्वविद्यालय के पश्चिमी कैंपस में पूर्वाह्न 11 बजे के बाद राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द बतौर मुख्य अतिथि शताब्दी समारोह का शुभारंभ करेंगे। वह स्मारक सिक्के, डाक टिकट का अनावरण कर संस्थान के सौ वर्षों की उपलब्धियों को संरक्षित करके बनवाए गए 400 किलो के टाइम कैप्सूल, शताब्दी स्तंभ, शताब्दी द्वार व आठ नए भवनों का लोकार्पण रिमोट का बटन दबाकर करेंगे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द दो दिन के कानपुर के दौरे पर हैं। बुधवार को उन्होंने कानपुर में मेहरबान सिंह का पुरवा स्थित चौधरी हरमोहन सिंह पैरामेडिकल साइंस एंड नर्सिंग संस्थान में स्वर्गीय चौधरी हरमोहन सिंह यादव के जन्म शताब्दी समारोह को संबोधित करने के साथ ही सर्किट हाउस में कानपुर में अपने पुराने मित्रों तथा रिश्तेदारों से भेंट कर उनसे पुरानी यादों को साझा किया।
हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विश्वविद्यालय (एचबीटीयू) कहलाने वाले संस्थान की स्थापना गवर्नमेंट रिसर्च इंस्टीट्यूट के रूप में 25 नवंबर 1921 को हुई थी। इसके बाद में यह 1921 में गवर्नमेंट टेक्निकल इंस्टीट्यूट फिर विश्वविद्यालय बना। 1926 में यह हरकोर्ट बटलर टेक्नोलाजिकल इंस्टीट्यूट बना और 2016 से विश्वविद्यालय है।
एचबीटीयू में राष्ट्रपति का कार्यक्रम
11.00 बजे : राष्ट्रपति विवि के पश्चिमी परिसर में आएंगे। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, प्राविधिक शिक्षा मंत्री जितिन प्रसाद, औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, कुलपति प्रो. समशेर उनका स्वागत करेंगे। इसके बाद ग्रुप फोटोग्राफी होगी।
11.20 बजे : राष्ट्रपति व अन्य अतिथि शताब्दी भवन के बहुउद्देश्यीय सभागार स्थित मंच पर आएंगे। इसके बाद राष्ट्रगान होगा।
11.22 बजे : राष्ट्रपति दीप प्रज्वलन कर समारोह का उद्घाटन करेंगे।
11.24 बजे : संस्थान के छात्र गीत प्रस्तुत करेंगे।
11.26 बजे : कुलपति स्वागत भाषण देकर संस्थान की प्रगति आख्या प्रस्तुत करेंगे।
11.30 बजे : अतिथिगणों को पुष्प, पुस्तक, प्रतीक चिह्न व अंगवस्त्र भेंट किया जाएगा।
11.35 बजे : संस्थान के इतिहास की पुस्तिका व काफी टेबल बुक का राज्यपाल विमोचन करेंगीं। कुलपति इसकी प्रथम प्रति राष्ट्रपति को भेंट करेंगे।
11.38 बजे : राष्ट्रपति डाक टिकट व सिक्के का अनावरण करेंगे।
11.40 बजे : राष्ट्रपति बटन दबाकर संस्थान के नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण करेंगे।
11.45 बजे : प्राविधिक शिक्षा मंत्री का उद्बोधन होगा।
11.50 बजे : राज्यपाल का उद्बोधन होगा।
11.55 बजे : राष्ट्रपति अपने आशीर्वचन देंगे।
12.05 बजे : छात्र-छात्राएं राष्ट्रगान प्रस्तुत करेंगे।
12.10 बजे : राष्ट्रपति विवि परिसर से रवाना होंगे।