वाराणसी। रेलवे की ओर से रेलकर्मियों को बोनस की घोषणा से त्योहारी बाजार को उम्मीदों के पंख लग गए हैं। उत्तर व पूर्वोत्तर रेलवे के 17919 रेलकर्मियों के बोनस से बाजार रोशन होगा।
एक-एक कर्मचारी को रेलवे 17 हजार 951 रुपये देने जा रही है। इस तरह सिर्फ रेलकर्मियों को मिलने वाले 32 करोड़ 16 लाख 63 हजार 969 रुपये में से अधिकांश बनारस में ही खर्च होंगे।
वाराणसी में बनारस रेल मंडल कारखाना, एनईआर का बनारस रेल मंडल मुख्यालय और नार्दर्न रेल मंडल का उपमंडल वाराणसी कैंट में एक आंकड़े मुताबिक क्रमश: 4000, 11919 और 2000 हजार कर्मचारी बैठते हैं। एक-एक कर्मचारी को रेलवे की ओर से दी जा रही 17 हजार 951 रुपये की धनराशि मुताबिक 32 करोड़ 16 लाख 63 हजार 969 रुपये बोनस के मिलेंगे।
उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन के शाखा मंत्री विंध्यवासिनी यादव ने बताया कि कई सालों से 17951 रुपये मिल रहे हैं। वाराणसी रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि रेलवे बोर्ड का आदेश मिल गया है। रेल मंडल में 11,951 कर्मचारी बोनस के लिए हकदार हैं।
एएसएम ने की गार्ड की ड्यूटी तब चली ज्ञानगंगा एक्सप्रेस वाराणसी
गार्ड (ट्रेन मैनेजर) की लापरवाही के कारण बुधवार को ज्ञानगंगा एक्सप्रेस कैंट रेलवे स्टेशन पर सवा घंटे खड़ी रही। ट्रेन का परिचालन पिटने पर अधिकारियों को जानकारी हुई तो सहायक स्टेशन मास्टर (एएसएम) की ड्यूटी लगाकर ट्रेन को रवाना किया। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार उत्तर मध्य रेलवे के ट्रेन मैनेजर के विरुद्ध रिपोर्ट भेजी जाएगी।