देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोमवार को लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिष्टाचार भेंट की। इसके साथ ही राजनीतिक गलियारों में त्रिवेंद्र की नई भूमिका को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
गत मार्च में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद भी त्रिवेंद्र सिंह रावत खासे सक्रिय हैं। पिछले छह महीनों के दौरान वह पूरे राज्य का भ्रमण करते रहे हैं। यही नहीं, पिछले महीने उन्होंने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा व गृह मंत्री अमित शाह से भेंट की थी। दरअसल, यह चर्चा काफी समय से चल रही है कि भाजपा त्रिवेंद्र की क्षमता का इस्तेमाल सांगठनिक कार्यों में करने जा रही है। अब अगले वर्ष की शुरुआत में उत्तराखंड के साथ ही उत्तर प्रदेश में भी विधानसभा चुनाव हैं।
ऐसे में इस बात की काफी संभावना है कि त्रिवेंद्र सिंह रावत को भाजपा उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रभारी की भूमिका सौंप दे। स्वयं पिछले दिल्ली दौरे के बाद त्रिवेंद्र ने इस तरह के संकेत दिए थे। वैसे भी त्रिवेंद्र उत्तर प्रदेश में पहले भी सह प्रभारी की भूमिका निभा चुके हैं। यही वजह है कि जब सोमवार को त्रिवेंद्र की लखनऊ में योगी आदित्यनाथ से भेंट हुई तो इसे उनकी संभावित नई जिम्मेदारी से जोड़कर देखा जाने लगा।
भेंट के दौरान दोनों के बीच उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से संबंधित विभिन्न मसलों के साथ ही आगामी चुनाव को लेकर राजनीतिक चर्चा भी हुई। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन एवं बलदेव सिंह औलख से भी शिष्टाचार भेंट की।