ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में अब विधानसभा का दो दिवसीय सत्र सात दिसंबर से शुरू होगा। पहले सरकार ने 29 व 30 नवंबर को सत्र आयोजित करने का निर्णय लिया था, जिसकी तिथि में बदलाव किया गया है। माना जा रहा है कि वर्तमान विधानसभा का यह अंतिम सत्र होगा।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के अनुसार सरकार की ओर से सात व आठ दिसंबर को गैरसैंण में सत्र के आयोजन की सूचना विधानसभा को दी गई है। इसे देखते हुए विधानसभा ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। हालांकि, गैरसैंण में पहले से ही सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हैं, लेकिन इन्हें और दुरुस्त किया जा रहा है।
उधर, गैरसैंण में मुख्यमंत्री के रूप में पुष्कर सिंह धामी का पहला सत्र होगा। देहरादून में वह बतौर नेता सदन एक सत्र में भाग ले चुके हैं। यही नहीं, विधानसभा के प्रस्तावित सत्र को लेकर राजनीतिक गलियारों में कई निहितार्थ भी निकाले जा रहे हैं। जानकारों का कहना है कि वर्तमान विधानसभा के इस अंतिम सत्र को गैरसैंण में आयोजित कर सरकार यह संदेश देने का प्रयास करेगी कि वह गैरसैंण के विकास को लेकर प्रतिबद्ध है। वजह ये कि गैरसैंण राज्य की जनभावनाओं से जुड़ा विषय है। यह भी माना जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए सरकार गैरसैंण से पर्वतीय क्षेत्र के विकास के लिए कोई बड़ी घोषणा कर सकती है।
पांच सब इंस्पेक्टर इधर से उधर
एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी ने जिले में पांच सब इंस्पेक्टरों के तबादले किए हैं। उनके थाने-चौकियों में फेरबदल के आदेश जारी कर दिए गए हैं। त्रिवेणी घाट चौकी में तैनात सब इंस्पेक्टर उत्तम सिंह रमोला को थाना राजपुर स्थानांतरित किया गया है। जगत सिंह को रिजर्व पुलिस लाइन से त्रिवेणी घाट चौकी, पूर्णानंद शर्मा को पुलिस लाइन से कोतवाली पटेलनगर, शैंकी कुमार को रिजर्व पुलिस लाइन से एसओजी, सैय्यदुल बहार को रिजर्व पुलिस लाइन से थाना प्रेमनगर भेजा गया।