देहरादून। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कांग्रेस की ओर से भाजपा को दी गई लोकतंत्र की नसीहत को हास्यास्पद करार दिया है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का गला घोंटने वाली कांग्रेस को अपने नेताओं को इस बारे में ज्ञान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपने ही प्रधानमंत्री के बनाए कानून को रद्दी की टोकरी में फेंकते समय कांग्रेस का लोकतंत्र कहां गया था। इससे पहले देश में इमरजेंसी थोपने वाले अब लोकतंत्र कहां सिखा रहे हैं।
कौशिक ने कहा कि कांग्रेस में व्याप्त गुटबाजी जगजाहिर है। उत्तराखंड में पहले से ही कांग्रेस के तीन गुट माने जाते थे और अब छह गुट बन गए हैं। पांच गुट प्रदेश अध्यक्षों के और एक चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का है। उन्होंने कहा कि रायपुर विधानसभा क्षेत्र के प्रकरण पर लोकतंत्र का ज्ञान बांटने वाली कांग्रेस की स्थिति ‘घर में नहीं दाने और अम्मा चली भुनाने’ जैसी है। कांग्रेस सत्ता में रही तो सरकार व संगठन में शीत युद्ध खुलकर दिखा और विपक्ष में रही तो संगठन पर कब्जे की लड़ाई सामने आती रही है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं की पहचान भी गुट के आधार पर होती है और उनके पीछे क्षत्रपों का नाम लिया जाता है। कांग्रेस में महत्वाकांक्षाएं इस कदर हावी हैं कि राजनीतिक अस्तित्व और मुख्यमंत्री की लड़ाई साथ-साथ चल रही है। कांग्रेस को न लोकतंत्र की चिंता है और न पार्टी कार्यकर्त्ताओं व युवाओं पर पड़ रहे फर्क की। बेहतर तो यह है कि कांग्रेस पहले अपने घर में चल रहे बवाल को शांत करे और फिर लोकतंत्र की बात करे।