देहरादून। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। इसे देखते हुए कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित देहरादून, हरिद्वार व ऊधमसिंहनगर जिलों में अब 10 मई की सुबह छह बजे तक पूर्ण कर्फ्यू रहेगा। पहले वहां के नगर निकायों में छह मई सुबह छह बजे कोरोना कर्फ्यू लगाया गया था। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की बुधवार को मंत्रियों के साथ हुई अनौपचारिक बैठक में यह फैसला लिया गया। अन्य जिलों के संबंध में निर्णय के लिए डीएम को अधिकृत किया गया। यह भी तय हुआ कि कर्फ्यू को सख्ती से लागू किया जाएगा। देर शाम को पौड़ी, चमोली, टिहरी, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, नैनीताल, चंपावत व बागेश्वर के जिलाधिकारियों ने अपने-अपने जिलों के नगर निकायों, कस्बों व ग्रामीण बाजारों में भी पूर्ण कर्फ्यू के आदेश जारी कर दिए। बताया गया कि अल्मोड़ा व पिथौरागढ़ जिलों में गुरुवार को इस बारे में फैसला लिया जाएगा।
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के दृष्टिगत मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बुधवार देर शाम को देहरादून में मौजूद कैबिनेट मंत्रियों बंशीधर भगत, सुबोध उनियाल व डा .हरक सिंह रावत के साथ अनौपचारिक बैठक की। बैठक में प्रदेश में कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार पर चिंता जताई गई। कहा गया कि कोरोना कर्फ्यू के बाद भी स्थिति में अपेक्षित सुधार नहीं हो रहा है। इस मौके पर लाकडाउन को लेकर भी चर्चा हुई, मगर फिलहाल प्रभावित क्षेत्रों में पूर्ण कर्फ्यू लगाने और कोविड की गाइडलाइन का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराने को सख्ती बरतने पर जोर दिया गया। इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश भी जारी कर दिए गए।
सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल के अनुसार पूर्ण कर्फ्यू के दौरान सब्जी व दूध की दुकानें दोपहर 12 बजे तक खुलेंगी, जबकि परचून की दुकानों को एक दिन छोड़कर खोलने के निर्देश दिए गए हैं। इनकी समय सीमा भी दोपहर 12 बजे तक ही रहेगी। अलबत्ता, मेडिकल स्टोर, पेट्रोल पंप पूरे दिन खुलेंगे। सरकारी दफ्तर 50 फीसद उपस्थिति के साथ खुले रहेंगे। उन्होंने बताया कि जिलों में कर्फ्यू समेत अन्य सख्त कदम उठाने के लिए जिलाधिकारियों को अधिकृत किया गया है कि वे अपने विवेक से निर्णय लें।