नियाजी का कहना है- आतंकवाद को फैलाने में दो पार्टियों का हाथ रहा और इस मौके का फायदा पाकिस्‍तान ने उठाया

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नई दिल्‍ली । राज्‍य सभा से हाल ही में अपना कार्यकाल खत्‍म करने वाले सदस्‍य पीडीपी के नियाज अहमद ने कहा है कि जम्‍मू कश्‍मीर में आतंवाद नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस की देन है। इनकी गलतियों का खामियाजा आज तक वहां की जनता भुगत रही है। इसकी भेंट हजारों मासूम और बेगुनाह लोग चढ़ गए हैं। इतने वर्षों में जम्‍मू कश्‍मीर ने अपने हजारों नौजवानों को खोया है। जम्‍मू कश्‍मीर को इसकी बहुत बड़ी कीमत अदा करनी पड़ रही है। राजनीतिक मकसद पाने की खातिर इन दोनों पार्टियों ने जो कुछ किया उसका फायदा पाकिस्‍तान ने उठाया। यही वजह है कि आज जम्‍मू कश्‍मीर के लोगों को एक अलग नजरिए से देश और दुनिया देखती है।

दैनिक जागरण से बात करते हुए नियाज ने कहा कि पीएम मोदी ने बतौर सांसद उनका पूरा सम्‍मान किया। जब भी उन्‍हें सदन में या व्‍यक्तिगततौर पर पीएम के समक्ष अपनी बात रखने का मौका मिला उन्‍होंने इसका पूरा फायदा उठाया। उन्‍होंने पीएम को बताया कि जम्‍मू कश्‍मीर आर्थिक रूप से बेहद गरीब राज्‍य है। उन्‍होंने वहां के लोगों की समस्‍याएं उनके सामने रखीं। इस बातचीत में उन्‍होंने कहा कि जम्‍मू कश्‍मीर का विशेष राज्‍य का दर्जा खत्‍म करने, अनुच्‍छेद 370 को खत्‍म करने और राज्‍य के विभाजन से वहां के लोग विकास की दौड़ में और पीछे हो गए हैं। इस फैसले का अब तक कोई फायदा सामने नहीं आया है और आएगा भी नहीं। ये सबसे बड़ा नुकसान वहां की जनता को हुआ है। इससे जम्‍मू कश्‍मीर के लोगों की भावनाएं जुड़ी हैं।

उन्‍होंने कहा कि केंद्र सरकार के इस फैसले के खिलाफ उन्‍होंने पूरी मजबूती से अपनी बात उठाई थी। ये अलग बात है कि वो मुहिम विफल रही। लेकिन संविधान की मर्यादा के अंदर रहते हुए और लोकतांत्रिक मूल्‍यों के तहत अपनी आवाज उन्‍होंने सदन के बाहर और अंदर उठाई। जम्‍मू कश्‍मीर को दोबारा समय आने पर राज्‍य का दर्जा देने के केंद्रीयी गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर उन्‍होंने कहा कि यदि ऐसा करना ही था तो फिर पहले ये फैसला क्‍यों लिया गया। आगे क्‍या होगा ये तो समय बताएगा, लेकिन अभी इस फैसले का नुकसान हो रहा है।

आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही राज्‍य सभा के चार सदस्‍यों का कार्यकाल खत्‍म होने के मौके पर पीएम मोदी ने इन सभी सदस्‍यों द्वारा किए गए काम की सराहना की थी और इनका आभार व्‍यक्‍त किया था। पीएम मोदी ने इस दौरान नियाज अहमद का जिक्र करते हुए ये कहा था कि उन्‍होंने लगभग हर सत्र में उनसे उनके चैंबर में मुलाकात की और अपने राज्‍य को लेकर कई तरह की बातें उन्‍हें बताई, जो वास्‍तव में उनके लिए जानकारी बढ़ाने वाली थीं। उन्‍हें नियाज से काफी कुछ सीखने का और समझने का मौका मिला। पीएम मोदी ने ये भी कहा कि वो उनका आभार व्‍यक्‍त करते हें कि उन्‍होंने अपने राज्‍य के लोगों की समस्‍याओं को सुलझाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी। साथ ही ये भी कहा कि वो ऐसे समय में इस सदन के सदस्‍य थे जब देश ने जम्‍मू कश्‍मीर को लेकर हुए बड़े बदलावों को देखा।

नियाज ने अपने कार्यकाल में पीएम मोदी से हुई मुलाकातों का जिक्र करते हुए बताया कि पीएम ने उन्‍हें हर बार बेहद गंभीरता से सुना। पीएम के तौर पर वो आदरणीय हैं। बीते पांच वर्षों में पीएम मोदी से उन्‍हें पूरा प्‍यार और सम्‍मान मिला। लेकिन हमें ये भी याद रखना होगा कि जम्‍मू कश्‍मीर को स्‍पेशल स्‍टेटस भी कभी देश के पीएम ने दिया था। आज भी हमारी मांग वही है कि इसको वापस लौटाया जाए। उन्‍होंने ये भी कहा कि जम्‍मू कश्‍मीर के लोगों ने कभी खुद को भारत से अलग नहीं समझा। वो देश के संविधान से जुड़े हैं और उसका उतना ही आदर करते हैं जितना अन्‍य राज्‍य के लोग करते हैं। लेकिन ये हमारा दुर्भाग्‍य है कि वहां के लोगों को अलग नजरिए से देखा जाता है।

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