महाराष्ट्र मामले पर संसद में हंगामा, राहुल गांधी बोले लोकतंत्र की हत्या हुई

पिछले सप्ताह दोनों सदनों – लोक सभा और राज्यसभा – में गंभीर बहस, चर्चा और तर्क गूंजने के बाद संसद का शीतकालीन सत्र अपने छठे दिन में प्रवेश कर गया है। सोमवार को शीतकालीन सत्र के छठे दिन, दोनों सदनों में एक और पावर-पैक दिन देखने को मिल सकता है और यह होगा महाराष्ट्र में चल रही टेंशन को लेकर। महाराष्ट्र के राजनीतिक घटनाक्रम का असर सोमवार को संसद के चल रहे मौजूदा सत्र में भी दिख सकता है। इस मामले में कांग्रेस, एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) और शिवसेना एक साथ खड़ी हैं।…और जिस तरह से देवेंद्र फड़नवीस सरकार बनी है, उस पूरे घटनाक्रम से तीनों ही पार्टियां को भारी झटका लगा है। ऐसे में वह सरकार को घेरने का कोई भी मौका नहीं छोड़ेंगी। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा चुकी हैं तीनों पार्टी। ऐसे में वह केंद्र सरकार को घेरने के लिए संसद में भी कोई मौका नहीं छोड़ेगी।

सूत्रों की मानें तो कांग्रेस या दूसरे विपक्षी दलों के पास इस बार संसद सत्र के दौरान सरकार को घेरने के लिए कोई बड़ा राजनीतिक मुद्दा नहीं है। ऐसे में वे महाराष्ट्र को लेकर केंद्र सरकार और राज्यपाल, दोनों पर निशाना साध सकेंगी। हालांकि संसद में विपक्ष का पैनापन सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भी निर्भर करेगा।

-महाराष्ट्र के मुद्दे पर विपक्ष के सांसदों द्वारा नारेबाजी के बीच राज्यसभा को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

-लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान विपक्षी नेताओं ने संविधान की हत्या बंद करो, बंद करो के नारे लगाए। विपक्षी नेताओं द्वारा नारेबाजी जारी रखने के बाद लोकसभा दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी गई।

-लोकसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी: मैं सदन में एक प्रश्न पूछना चाहता था, लेकिन अभी इस प्रश्न को पूछने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या कर दी गई है।

-दिल्ली: कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने महाराष्ट्र सरकार के गठन के मुद्दे पर संसद परिसर में पार्टी के विरोध का नेतृत्व किया। कांग्रेस संसद के बाहर महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है।

-द्रविड़ मुनेत्र कषगम (DMK) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (CPM) ने राज्य सभा में नियम 267 के तहत ‘राज्य गठन के लिए महाराष्ट्र की अलोकतांत्रिक घटनाओं’ पर सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया है।

-सीपीएम ने लोकसभा में महाराष्ट्र में लोकतंत्र बहाल करने के कदम पर स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है।

-कांग्रेस, IUML, TMC ने महाराष्ट्र में लोकतंत्र की नुकसान पहुंचाने को लेकर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है।

-लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और लोकसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक के सुरेश ने महाराष्ट्र मुद्दे पर सदन में स्थगन प्रस्ताव दिया है।

-राज्यसभा सांसद बिनॉय विश्वम ने महाराष्ट्र सरकार गठन को लेकर नियम 267 के तहत राज्यसभा में सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया है

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