नई दिल्ली। चुनाव आयोग द्वारा लगाए गए 48 घंटों के चुनावी प्रतिबंध को हटाने के लिए बसपा प्रमुख मायावती ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। सुप्रीम कोर्ट ने उनकी इस याचिका को खारिज कर दिया है।सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग द्वारा राजनेताओं के खिलाफ की गई कार्रवाई पर ध्यान दिया, जिन्होंने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए बयान दिया और कहा, ‘ऐसा लगता है कि चुनाव आयोग ने अपनी शक्ति का इस्तेमाल करते हुए राजनेताओं के खिलाफ कार्रवाई की है।
जानकारी के लिए बता दें कि सोमवार को चुनाव आयोग द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बसपा प्रमुख मायावती पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। दरअसल, योगी आदित्यनाथ के साथ ही बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती पर भी धर्म के आधार पर वोट मांगने पर यह कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर निर्वाचन आयोग ने की है।
चुनाव आयोग का ये प्रतिबंध 16 अप्रैल से शुरू हो गया है। ये योगी आदित्यनाथ के लिए 72 घंटे और मायावती के लिए 48 घंटे तक लागू रहेगा। इस दौरान योगी आदित्यनाथ और मायावती ना ही कोई रैली को संबोधित कर पाएंगे, ना ही सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर पाएंगे और ना ही किसी को इंटरव्यू दे पाएंगे।
गौरतलब है कि चुनाव आयोग पर मायावती ने पक्षपात और जातीवाद का आरोप लगाया । उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने भाजपा के लिए आंख और कान बंद कर रखे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह को पूरी छूट दे रखी है लेकिन, दलित नेता पर प्रतिबंध लगा दिया।