विटामिन युक्त चीजें खाओ, इससे ताकत मिलेगी। यह तो हममें से कई कहते पाए जाते हैं। और क्यों नहीं? विटामिन है ही ताकत का प्रतीक। ए, डी, सी, बी-12, के- हमारे शरीर को ये सब विटामिन चाहिए। मगर इनके साथ ही एक और महत्वपूर्ण तत्व है, जिस पर हम उतना गौर नहीं करते, जितना करना चाहिए। ये हैं मिनरल्स। हमारे शरीर के लिए मिनरल्स भी उतने ही जरूरी हैं, जितने कि विटामिन। हारमोन बनाना, मांसपेशियों का संकुचन (कांट्रेक्शन) नियंत्रित करना, शरीर का एसिड बैलेंस कायम रखना मिनरल्स का काम है। तो चलिए, कुछ मुख्य मिनरल्स के बारे में जानते हैं…।
पोटेशियम
सोडियम के साथ मिलकर पोटेशियम एक इलेक्ट्रोलाइट का काम करता है, जिससे शरीर के फ्लूइड्स रेग्यूलेट होते हैं। यह रक्तचाप, हृदयगति, नर्व इम्पल्स को भी सुचारू बनाए रखता है। पोटेशियम की कमी से मांसपेशियों की कमजोरी, जी मितलाना आदि हो सकता है। अपने भोजन में नारियल पानी, केला, दूध और इससे बने पदार्थ, मछली, दालें आदि शामिल करने से इसकी कमी नहीं होती।
मैग्नेशियम
यह तत्व मेटाबॉलिज्म, ब्लड शुगर को एनर्जी में बदलने, रक्तचाप और हृदयगति को सही बनाए रखने में मदद करता है। यह कैल्शियम के साथ मिलकर काम करता है। मैग्नेशियम की कमी से माइग्रेन, डिप्रेशन, मसल क्रैम्प्स आदि की समस्या हो सकती है। मैग्नेशियम पाने के लिए आपको भोजन में हरी सब्जियां, बादाम, होल ग्रेन, केला आदि शामिल करना चाहिए।
फॉस्फोरस
फॉस्फोरस हड्डियों में कैल्शियम फॉस्फेट के रूप में जमा होता है। दांतों और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए फॉस्फोरस जरूरी है। इसकी कमी से जोड़ों में जकड़न, थकान, हड्डियों में दर्द आदि हो सकता है। भोजन में फॉस्फोरस आपको दालों, नट्स, दूध, चीज, अंकुरित अनाज, मीट व फिश से मिल सकता है।
मैंग्नीज
मैंग्नीज की कमी से कमजोर याददाश्त, पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। मैंग्नीज आपको अनाज, दालों, मटर, चाय, कॉफी, किशमिश आदि से मिल सकता है।
जिंक
अच्छी रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यून सिस्टम के लिए जिंक एक जरूरी तत्व है। यह आपके बालों, त्वचा, नाखूनों को भी पोषण प्रदान करता है। गर्भावस्था के समय यह खास तौर पर लाभकारी होता है। पुरुषों को भी अच्छे स्पर्म के लिए जिंक लाभदायक मिनरल है। जिंक की कमी हो, तो सर्दी-जुकाम आदि भी जल्दी हो जाता है। भोजन में जिंक आपको साबुत अनाज, दूध, फलियों, सी-फूड, दालों, तिल आदि से मिलता है।