* अधिकारियों को यात्रा पूर्व व्यवस्थाओं को चाक चौबंद के निर्देश दिये।
* वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित हो रहा श्री त्रियुगीनारायण।
गौरीकुंड/ उखीमठ/गुप्तकाशी / रूद्रप्रयाग। श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी )आगामी श्री बदरीनाथ – केदारनाथ धाम यात्रा की तैयारियां जारी है श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 4 मई को तथा श्री केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को खुल रहे है द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट 21 मई तथा तृतीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट 2 मई को खुल रहे है।
इसी क्रम में बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल बीते सोमवार बैशाखी के अवसर पर श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट खुलने की तिथि तय होने के कार्यक्रम में सम्मिलित हुए जहां केदारसभा ने उनका स्वागत किया तथा उनके द्वारा तीर्थपुरोहितों के साथ परस्पर समन्वय कर कार्य किये जाने हेतु प्रशंसा की इस बीच कर्मचारियों की यात्रा तैयारियों की समीक्षा बैठक में निर्देश दिए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन तथा मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के निर्देश तथा सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे के आदेश से त्रियुगीनारायण को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने हेतु श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति कार्य कर रही है।
आज मंगलवार को बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने मंदिर समिति के मां बाराही मंदिर संसारी,मस्ता नारायण कोटि, श्री त्रियुगीनारायण मंदिर, गौरामाता मंदिर गौरीकुंड,सोन प्रयाग स्थित मंदिर समिति विश्राम गृह,तथा शोणितपुर ( गुप्तकाशी) स्थित संस्कृत महाविद्यालय का स्थलीय निरीक्षण किया तथा मंदिर समिति की परिसंपत्तियों का भी अवलोकन किया इससे पहले मंदिरों में दर्शन किये।
इस अवसर पर मंदिर समिति सहायक अभियंता गिरीश देवली, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डीएस भुजवाण,संपति निरीक्षक ( केदारनाथ)मनीष तिवारी तथा जेई विपिन कुमार भी मुख्य कार्याधिकारी के साथ निरीक्षण दल में शामिल थे।
जारी प्रेस विज्ञप्ति में बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि पहले मुख्य कार्याधिकारी मां बाराही मंदिर संसारी पहुंचे जहां मंदिर में दर्शन पश्चात मंदिर समिति की भूमि, मंदिर आदि का निरीक्षण किया तत्पश्चात मस्ता नारायण कोटि में मंदिर समिति की रिक्त भूमि के बावत जानकारी कर स्थलीय निरीक्षण किया। रिक्त भूमि का सदुपयोग हो इसके लिए निर्देश दिए।
इसके पश्चात श्री त्रियुगीनारायण पहुंचकर प्रदेश सरकार के निर्देशों के क्रम में श्री त्रियुगीनारायण को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किये जाने हेतु डीपीआर पर किये जा रहे कार्यों में प्रगति रिपोर्ट देखी।
मां गौरा देवी मंदिर गौरीकुंड पहुंचे तथा तप्तकुंड का निरीक्षण किया साथ ही मंदिर समिति के पुराने विश्राम गृह का भी निरीक्षण किया इसके बाद मंदिर समिति के सोनप्रयाग यात्री विश्राम गृह का निरीक्षण किया।
तत्पश्चात अपराह्न को मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल मंदिर समिति के शोणितपुर – लंबगोडी( गुप्तकाशी) स्थित संस्कृत महाविद्यालय का निरीक्षण किया तथा संस्कृत महाविद्यालय के छात्रावास, पठन पाठन कक्ष, पुस्तकालय, खेल मैदान पेयजल, स्वच्छता के विषयक जानकारी प्राप्त की।
इस अवसर पर संस्कृत महाविद्यालय प्रधानाचार्य नित्यानंद पोखरियाल,शोणितपुर वाराही मंदिर पुजारी सुशील बेंजवाल,प़कज थपलियाल, प्रबंधक त्रियुगीनारायण अजय शर्मा, मठापति परमादत्त गैरोला प्रबंधक गौरीकुंड कैलाश बगवाड़ी प्रबंधक सोनप्रयाग माहेश्वर शैव, कुलदीप गैरोला आदि ने अपने से संबंधित कार्यों का विवरण मुख्य कार्याधिकारी के समक्ष रखा तथा संपति लिपिक मनीष तिवारी ने मंदिर समिति की परिसंपत्तियों के बावत विस्तृत जानकारी मुख्य कार्याधिकारी के समक्ष रखी।