हेमवती नंदन बहुगुणा के इरादे हिमालय जैसे अटूट थे : मुख्यमंत्री धामी

उत्तराखण्ड

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ‘हिमालय पुत्र’ पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा के इरादे हिमालय जैसे अटूट थे। उनके कार्य हमेशा प्रेरणा देते रहेंगे। मुख्यमंत्री ने बुधवार को दिल्ली में बहुगुणा के जीवन पर केंद्रित पुस्तक ‘हेमवती नंदन बहुगुणा: भारतीय जन चेतना के संवाहक’ के विमोचन समारोह में यह बात कही।

मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय बहुगुणा के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार से रोशनी डाली। उन्होंने कहा कि अपनी विलक्षण बौद्धिक प्रतिभा के बल पर बहुगुणा ने भारतीय राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाई। पहाड़ के विकास के लिए उनके द्वारा हरसंभव प्रयास किए गए।

चारधाम यात्रा का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार चारधाम यात्रा ऐतिहासिक होने वाली है। इसके लिए सरकार ने पूरी तैयारी की है। उन्होंने चारधाम आने वाले श्रद्धालुओं का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार की ओर से यात्रा को सुगम व सुरक्षित बनाने के लिए सुचारू रूप से व्यवस्था की गई है।

कार्यक्रम में उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सांसद रीता बहुगुणा जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, केंद्रीय मंत्री महेंद्रनाथ पांडेय, उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण, सांसद नरेश बंसल, महारानी माला राज्यलक्ष्मी शाह, उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा, सुबोध उनियाल भी उपस्थित रहे।

केंद्रीय मंत्री गोयल से मिले मुख्यमंत्री धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात की। केंद्रीय मंत्री गोयल आकांक्षी जिले हरिद्वार के दो दिवसीय भ्रमण पर आए थे। वह बुधवार को दिल्ली लौटे। इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी दिल्ली से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचे। इसी दौरान उन्होंने केंद्रीय मंत्री गोयल से मुलाकात कर विभिन्न विषयों पर चर्चा की।

कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने की गृह मंत्री शाह से मुलाकात

उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने दिल्ली प्रवास के दौरान बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान उत्तराखंड की सम-सामयिक परिस्थितियों पर विस्तार से चर्चा की गई। कैबिनेट मंत्री उनियाल ने केंद्रीय गृह मंत्री को चारधाम यात्रा के दौरान उत्तराखंड आने का निमंत्रण भी दिया।

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