देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग भर्ती घोटाले में अंतिम व्यक्ति के पकड़े जाने तक जांच जारी रहेगी। सचिवालय में मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि भर्ती घपले के आरोपियों पर कानूनी कार्रवाई को लेकर सरकार सख्त है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा चार्जशीट की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। अब तक 41 गिरफ्तारी हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014-15 से आयोग की भर्तियों में गड़बड़ी, घोटाला, प्रश्नपत्र लीक होने के मामले सामने आ रहे हैं। लंबे समय से यह सबकुछ चलता रहा। अब इसे रुकना चाहिए।
विधानसभा में अनियमित नियुक्तियां रद होनी चाहिए
विधानसभा में नियुक्तियों में अनियमितता के मामले में मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी नियुक्तियां हर हाल में निरस्त होनी चाहिए। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से जांच की मांग करते समय ही अपना मंतव्य स्पष्ट कर दिया था। इस दिशा में काम भी हो रहा है।
मंत्रिमंडल में फेरबदल से इन्कार
मंत्रिमंडल में फेरबदल या विस्तार पर मुख्यमंत्री ने टिप्पणी से इन्कार किया। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल में फेरबदल को लेकर उनकी राष्ट्रीय नेतृत्व से चर्चा नहीं हुई। अभी केवल आपदा और पुलिस आधुनिकीकरण पर विचार हुआ। प्रदेश में पुलिस चौकियां और थाने काफी पुराने हो चुके हैं।
इनके आधुनिकीकरण के लिए केंद्र सरकार से सहायता की मांग की गई। साथ में आपदा से देहरादून व टिहरी और आसपास के क्षेत्रों के साथ धारचूला में बड़ा नुकसान हुआ है। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात में प्रदेश में आपदा प्रबंधन संस्थान एवं शोध केंद्र की स्थापना करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का रवैया सकारात्मक रहा है।
मिशन 2024 को लेकर सरकार व संगठन में मंथन
वहीं भाजपा मिशन 2024 को लेकर तैयारियों में जुट गई है। गुरुवार को इस कड़ी में सरकार व संगठन के मध्य बैठक हुई। बैठक में हरिद्वार जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर चर्चा हुई। समझा जा रहा है कि दायित्व वितरण और मंत्रिमंडल विस्तार या फेरबदल को लेकर भी सरकार व संगठन ने मंथन किया।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग और विधानसभा में नियुक्तियों की जांच को लेकर इन दिनों राजनीतिक माहौल सरगर्म है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तीन दिनी दौरे से गुरुवार सुबह ही देहरादून पहुंचे। दिल्ली में उन्होंने केंद्रीय संगठन के नेताओं के अलावा गृह मंत्री अमित शाह से भी भेंट की।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि इस दौरान उन्होंने प्रदेश की राजनीति के इन दो चर्चित मुद्दों को लेकर भी फीडबैक दिया। दिल्ली से लौटने के तुरंत बाद देहरादून में प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार ने उनसे भेंट की। इनके बीच लगभग एक घंटे तक विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने बैठक के बाद कहा कि बैठक में मिशन 2024 की तैयारियों पर बात हुई। विभिन्न जिलों से कई नेता भाजपा में शामिल होना चाहते हैं। इनमें से किन्हें पार्टी में लिया जाना, इस संबंध में गाइडलाइन पर विमर्श किया गया।
हरिद्वार में त्रिस्तरीय पंचायतों के चुनाव की प्रक्रिया चल रही है, लिहाजा इसकी रणनीति पर भी बात हुई। उन्होंने बताया कि पार्टी की जिला इकाइयों के गठन, प्रदेश इकाई के विस्तार और मोर्चों के गठन पर भी बैठक के दौरान चर्चा हुई।
भट्ट ने सरकार और संगठन के मध्य गुरुवार को हुई बैठक में मंत्रिमंडल विस्तार या भर्तियों में गड़बड़ी पर चर्चा से इन्कार किया। यद्यपि सूत्रों का कहना है कि भर्तियों में गड़बड़ी के मामलों को लेकर भी गंभीर मंथन हुआ। इन मामलों को लेकर युवा वर्ग पर किसी तरह का नकारात्मक प्रभाव न पड़े, इसके लिए उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा हुई।